जय श्री राम की गूंज, भगवा झंडो से सज गए महाराष्ट्र शहर
पिछले कई वर्षों से राम के भक्त अपने आराध्य की अयोध्या के मंदिर में प्राणप्रतिष्ठा का इंतजार कर रहे थे. वह क्षण आ गया है. राम की मूर्ति का प्राणप्रतिष्ठा समारोह सोमवार को होने जा रहा है. यह त्योहार पूरी दुनिया में दिवाली की तरह मनाया जाएगा. भंडारा शहर और जिले में भी प्राणप्रतिष्ठा समारोह की दृष्टि से अपूर्व उत्साह दिखाई दे रहा है. हर तरफ जय श्री राम का शोर, शरीर पर केसरिया वस्त्र, केसरिया टोपी, सड़कों और ऊंची इमारतों पर लहराते ध्वज यह बताते प्रतीत हो रहे है कि मानों नीले आसमान पर केसरिया रंग चढ़ गया है. दिवाली की तरह इस बार भक्तों का उत्साह बढ़ा हुआ है. शहर को शुभकामनाएं फलक, हर जगह स्वागत मेहराबों से सजाया और गुलजार किया गया है. मंदिर में भक्ति की खुशबू महक रही है. जोश और भक्ति से सराबोर हुजुम भक्तों का उत्साह इस तरह बढ़ा हुआ है मानो सोमवार को स्वयं राम का आगमन हो रहा है. जगह-जगह
प्रसिद्ध मंदिरों को रोशनी से सजाया गया. फूलों की की मालाएं चढ़ाकर अर्श किया जा रहा है. रात भर शहर श्रद्धालु बड़े उत्साह से काम में जुट गए हैं. यह त्योहार से अयोध्या में नहीं, बल्कि घरों और दिलों में मनाया की जाएगा. इसी उमंग और विश्वास से युवा से लेकर बुजुर्ग तक रंग में रंगे दिखाई दे रहे हैं. भंडारा शहर के खांब तालाब के बहिरंगेश्वर मंदिर, शीतला माता मंदिर, बड़ा बाजार के हनुमान मंदिर, मेंढा के गणेश प्रवेश बंद
मंदिर सहित कई छोटे-बड़े मंदिरों में प्राणप्रतिष्ठा की तैयारियां चल रही हैं. भजन, कीर्तन, महाप्रसाद, जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा समारोह को दिवाली की तरह मनाने की अपील के चलते कई लोगों ने मंदिरों की साफ-सफाई की है. क मंदिरों और घरों की सजावट की गई है. बाजार में मंदिर की प्रतिकृतियों के साथ भगवा झंडे, टी-श टोपी, दुपट्टे की मांग निरंतर बनी हुई है.
बड़ी स्क्रीन पर सीधा प्रसारण
चौराहे पर मर्यादा पुरुषोत्तम की प्रतिमा लगाई गई है. अनेक स्थानों पर रंगोली बनाई गई. आकर्षक रोशनी से अनेक स्थान की सुंदरता बढ़ाई गई. भंडारा के निवासीयों ने राम की प्राणप्रतिष्ठा के मौके को यादगार बनाने और उस आनंद का अनुभव करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, भले ही वह इस ऐतिहासिक घटना के प्रत्यक्ष गवाह नहीं बन सकें, जब अयोध्या में राम की जन्मभूमि पर ऐतिहासिक प्राणप्रतिष्ठा समारोह चल रहा है. लेकिन समारोह का बड़ी स्क्रीन पर सीधा प्रसारण देखकर हर कोई इस क्षण का साक्षी बनना चाहते है.
निकाली गई वाहन रैली
सांसद सुनील मेंढे की राम रथ यात्रा के समापन के बाद दोपहर में भंडारा शहर से दोपहिया वाहन रैली निकाली गई. इसमें बड़ी संख्या में रामभक्त, मातृशक्ति एवं युवा शामिल हुए. रेलवे मैदान में संध्या भजन गायक ज्वाला दास और गायक भूषण जाधव ने राम गीतों की प्रस्तुति से दिल जीत लिया. इस मौके पर कारसेवकों को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सम्मानित किया
इधर आज साकोली में मोफत आंखों की जांच का शिबिर का आयोजन
साकोली, अयोध्या में राम की प्राणप्रतिष्ठा के अवसर पर लवारी के सार्वजनिक राम मंदिर में आज 22 जनवरी सोमवार को सुबह 10 बजे से 12 बजे तक मोफत आंखों की जांच का शिबिर का आयोजन किया गया है. दोपहर 12 बजे से भजन कीर्तन, 3 बजे दहीहांडी, गोपालकाला, 4 बजे से भव्य महाप्रसाद का आयोजन किया गया है. भजन नागपुर निवासी सप्तखंजरी वादक बाल समाज प्रबोधनकार सत्यपाल महाराज की शिष्या भाविका सुखदेव खंडालकर की मधुर वाणी से होगा. इस कार्यक्रम का लाभ लेने का आह्वान आयोजक एवं ग्रामिणों ने किया है.
प्रगति कॉलोनी में अनेक कार्यक्रम साकोली, (सं). अयोध्या में आज 22 जनवरी सोमवार को राम मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा के कार्यक्रम के अवसर पर साकोली सेंदूरवाफा के प्रगति कॉलोनी चौक में पूर्व विधायक बाला काशीवार एवं मित्र परिवार द्वारा सुबह 11 बजे से राम संगीतमय जागरण, अयोध्या कारसेवक का सत्कार समारोह, भव्य महाप्रसाद एवं लाइव प्राणप्रतिष्ठा दर्शन का आयोजन किया गया है.
वर्धा में दीपोत्सव, चर्चासत्र और सुंदरकांड का आयोजन आज
■ वर्धा, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में अयोध्या में आयोजित प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उपलक्ष दीपोत्सव का आयोजन किया गया है. विश्वविद्यालय के सभी इमारत व मुख्य स्थलों पर दीप प्रज्वलित कर यह उत्सव मनाया जानेवाला है. आयोजन के बारें में कुलसचिव डा. धरवेश कठेरिया ने शनिवार को ऑनलाइन माध्यम से समीक्षा बैठक लेकर सभी को उत्सव में शामिल होने का आह्वान किया. प्रभु श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का लाइव प्रसारण देखने की व्यवस्था अध्यापक, अधिकारी व कर्मचारियों के लिए गालिब सभागृह व महादेवी वर्मा सभागृह तथा शोधार्थी व विद्यार्थियों के लिए कस्तुरबा सभागृह में सुबह 11.30 बजे की गई है. इस उपलक्ष अज्ञेय संकुल के वशिष्ठ वाटिका परिसर में सांस्कृतिक उत्सव दोपहर 2.30 बजे आयोजित है. दौरान सुंदरकांड पाठ व संकीर्तन होगा. शाम 6 बजे भव्य दिपोत्सव आयोजित किया जानेवाला है. विभिन्न भवनों के सामने आकर्षक रंगोली साकार की जाएगी. समता भवन के प्रांगण में प्रभू श्रीराम का सेल्फी प्वाईंट लगाया जानेवाला है. सनातन परंपरा व मर्यादा
पुरूषोत्तम श्रीराम इस विषय पर अंतराष्ट्रीय चर्चासत्र
डा. भीमराय मेत्री की अध्यक्षता में सुबह 9.30 बजे
गालिब सभागृह में आयोजित है. चर्चासत्र में पूर्व
कुलगुरू प्रो. जी. गोपीनाथन, अनुवाद व निर्वचन
विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. कृष्णकुमार सिंह,
वाराणसी के प्रो. श्रीनिवास पांडेय, क्वांगटोग
विश्वविद्यालय चीन के डा. विवेकमणि त्रिपाठी, मुंबई
के प्रो. करुणाशंकर उपाध्याय विशेष वक्ता के रूप में
उपस्थित रहेंगे. चर्चासत्र का समापन महाराष्ट्र राज्य
हिंदी अकादमी मुंबई की कार्यकारी अध्यक्ष प्रो.शीतलाप्रसाद दुबे की अध्यक्षता में 2.30 बजे होगा.
वर्धा में आज श्रीराम नाम से गूंजेगा शहर
भगवामय हुए चौराहे, उत्सव की तैयारियां पूर्ण, आज निकलेगी रामरथ यात्रा छत्रपति शिवाजी महाराज चौराहे से बजाज चौराहे तक लगाई जाएंगी. हजारों की संख्या में रामभक्त नागरिक दीप हाथ में लेकर मानवी श्रृंखला तैयार करेंगे. शहर के आर्वी नाका चौक आकर्षक रुप से सजाया गया है. सोमवार को यहां आर्वी नाका मित्र परिवार द्वारा 11 हजार लड्डुओं का वितरण, लेजर शो सहित विविध कार्यक्रम लिए जाएंगे. जगह-जगह श्रीराम के बैनर लगाए गए हैं. चारों ओर भगवे झंडे व पताका लगाए गए हैं. शनिवार की रात्रि चौराहे पर जोरदार आतिशबाजी की
गई. रामलला का स्वागत धूमधाम से करने के लिए रामभक्तों में उत्साह देखने मिल रहा है. शहर में 22 जनवरी की शाम 5 बजे रामरथ यात्रा निकाली जा रही है. इसके अलावा शहर के विविध हिस्सों से शोभायात्रा व झाकियां इसमें शामिल होगी. उक्त रथयात्रा में रामायन की विविध झाकियां सभी का ध्यान खींचेगी. ढोल, ताशा, ताल, मृदंग, भजन मंडली इसमें शामिल होगी. रथ यात्रा के दौरान आकाश में आतिशबाजी की जाएगी. शहर के वनमाली चौराहे पर राम दरबार का निर्माण
आकर्षक रोशनाई से सजे मंदिर
मुख्य मार्केट स्थित श्रीराम मंदिर सहित जिले के सभी मंदिरों को आकर्षक रोशन से सजाया गया है. 22 जनवरी को दिनभर मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान चलेंगे. कुछ स्थानों पर प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण दिखाई देगा. इसकी पूर्व संध्या पर मंदिरों में पूजा-अर्चना की गई. आकर्षण का केंद्र रहेगा.